पति ने बनाया पत्नी को अफसर ,पत्नी ने थमाया तलाक का नोटिस

उत्तरप्रदेश में पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और उनके पति के बीच चल रहे विवाद ने अब एक नया मोड़ ले ले लिया है पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर भी इस पूरे मामले में कूद पड़े है और उन्होंने योगी सरकार से पूरे मामले की जांच की मांग की है।

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दरअसल, पीसीएस ऑफिसर ज्योति मौर्या की शादी अलोक मौर्या के साथ 10 साल पहले हुई थी. ज्योति मौर्या का आरोप है कि आलोक ने बताया था कि वो ग्राम पंचायत अधिकारी है, लेकिन वो एक सफाई कर्मचारी थे. जिसके बाद अब मैं आलोक मौर्या से तलाक ले रही हूं. ज्योति मौर्या ने आगे कहा कि प्रयागराज में वो अपने पति सहित ससुराल के 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवायी है. ज्योति मौर्या ने आरोप लगाया कि उनके पति ने उनका व्हाट्सएप हैक कर लिया और फिर उनकी चैट वायरल कर दी. और अब आलोक मौर्य यानिकि उनके उनके पति उनसे 50 लाख रुपए और एक घर की मांग कर रहे है. उधर पति अलोक मौर्य का आरोप है कि उनकी पत्नी का होमगार्ड के कमांडेंट के साथ अफेयर चल रहा है और दोनों मिलकर उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.

अलोक का कहना है कि उसकी दो बच्चियां है और बच्चियों की भविष्य के लिए वह अपनी एसडीएम पत्नी को तलाक नहीं देना चाहता है. वह चाहता है कि वह सही रास्ते पर लौट आए. अपने उत्पीड़न की कहानी बताते हुए आलोक मौर्य की आंखें भर आती हैं. उसका आरोप है कि पत्नी के एसडीएम होने के चलते भी उसकी थाने से लेकर किसी स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही है. फिलहाल पीड़ित पति आलोक कुमार मौर्या ने कहा है कि अगर इस मामले में उसके साथ कोई अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदार उसकी पत्नी ज्योति मौर्या और उसका प्रेमी मनीष दुबे ही होंगे.वहीं इस मामले में आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने बरेली शुगर मिल में महाप्रबंधक के पद पर तैनात ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य की ओर से वायरल किए गए डायरी के वसूली लिस्ट की जांच की मांग की है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि आलोक मौर्य ने अपनी पत्नी के विभिन्न पदों पर तैनाती के दौरान कथित रूप से हस्तलिखित डायरी के पन्नों को सार्वजनिक किया है, जिनमें तमाम एंट्री लिखी हुई है. इन एंट्री में विभिन्न मदों में और विभिन्न व्यक्तियों के साथ लेन-देन की बातें अंकित बताई गई हैं.अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्होंने आलोक मौर्य से फोन से भी बात की, जिन्होंने स्पष्ट कहा कि सारी एंट्री पैसे के लेनदेन से संबंधित हैं. जहां ‘एल’ लिखा हुआ है उसका मतलब लाख से है और यहां ‘टी’ लिखा हुआ है उसका मतलब हजार से है.

आलोक मौर्य ने मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर मुख्य सचिव, नियुक्ति सचिव सहित सभी अफसरों के पास शिकायत की, लेकिन हर जगह मात्र यह कहा जा रहा है कि यह पारिवारिक विवाद है, इसे आपस में सुलझा लिया जाए. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि सरकारी पद पर बैठकर लाखों करोड़ों रुपए की घूसखोरी की शिकायत किसी भी प्रकार से पारिवारिक विवाद नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराते हुए नियमानुसार विधिक कार्रवाई की मांग की है.

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