गोंडा : राष्ट्रीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवान द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाए जाने के बाद एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इसके बाद आज दूसरे दिन भी सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने नंदिनी नगर महाविद्यालय में मीडिया से मुखातिब होते हुए अपना पक्ष रखा
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मीडिया द्वारा किए गए सवाल की पॉलिटिकल लोग भी आ रहे हैं और महिला पहलवानो को समर्थन दे रहे हैं इसको आप किस तरह देख रहे हैं। जवाब देते हुए सांसद ने कहा कि यह लड़ाई अब खिलाड़ियों के हाथ से निकल चुकी है। पॉलिटिकल पार्टियों का इसमें प्रवेश हो चुका है। इसके लक्षण मुझे पहले दिन से ही दिखाई दे रहे थे। यह धरना प्रदर्शन जो हो रहा है यह खिलाड़ियों की स्वयं की आवाज नहीं है। यह आवाज बनाई गई है और सिखाई गई है। सांसद ने पहलवान बजरंग पुनिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि बजरंग पुनिया एक लड़की से बात कर रहे हैं और उससे कह रहे हैं कि किसी भी तरीके से किसी भी कीमत पर कोई लड़की उपलब्ध कराओ।

सांसद ने कहा कि पहली बार जब जनवरी में धरना हुआ तो उसे समय कुछ ऐसे खिलाड़ी थे जो एयरफोर्स से जुड़े हुए थे बाद में जब पता लगा तो एयर फोर्स ने उन खिलाड़ियों को रोका। हरियाणा पुलिस से संबंधित जो खिलाड़ी थे हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोका और उनसे पूछा कि आप किसकी सहमति से धरना देने गए थे। लेकिन जो रेलवे के खिलाड़ी हैं मेरा मानना है कि आज तक उनसे रेलवे बोर्ड में नहीं पूछा कि आप किसके परमिशन से धरने पर बैठे हो। ठीक है उनका हक है धरने पर बैठना लेकिन क्या रेलवे का खिलाड़ी ऐसे धरने पर बैठ सकता है। जहां मोदी जी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए जा रहे हो, योगी जी के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कही जा रही हो। जहां बीजेपी के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कही जा रही हो। मैं यह भी कहना चाहता हूं कि 8 जनवरी को जब धरना हुआ था तो जितने अखाड़े शामिल हुए थे सब SAI से अडॉप्ट हैं। तो मैं जानना चाहता हूं कि SAI ने उन अखाड़ों के खिलाफ क्या कार्रवाई की। रेलवे ने अपने उन खिलाड़ियों को क्या कोई नोटिस दिया या जो भी कानूनी कार्रवाई बनती हो क्या उसे जानने की कोशिश की, नहीं की और अभी तक नहीं की।
बाइट, कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह