पूरी दुनियाँ की नजर इस वक्त भारत पर टिकी हुई है क्योंकि इस वक्त भारत में दुनिया के 20 सबसे ज्यादा ताकतवर देश के बड़े नेता दिल्ली मौजूद है।
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जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत के वक्त शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस वक्त दुनियाभर से आए नेताओं को संबोधित कर रहे थे, उनके सामने रखी ‘भारत’ लिखी नेमप्लेट इंडिया का नाम बदलकर भारत कर दिए जाने की अटकलों के बीच एक साफ़ संकेत दे रही थी. दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से विश्व के नेताओं को प्रेषित अंग्रेज़ी भाषा के निमंत्रण में India की जगह Bharat लिखने के फ़ैसले से देशभर में राजनीतिक विवाद शुरू हो चुका है.विपक्ष इस पर अपनी तीखी प्रति क्रिया दे रहें हालांकि भारत मोदी के नेतृत्व में G20 में शामिल देशों का अगुवायी कर रहा हैं। भारत (India)- दुनिया की सबसे बड़ी आबादी और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारत इस बार जी20 की मेजबानी कर रहा है. भारत अपनी रणनीतिक स्थिति, अर्थव्यवस्था और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ G20 के भीतर एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है, जो इसे मंच का एक अनिवार्य सदस्य बनाता है.ग्रुप 20 यानी G20, जैसा कि नाम से ही मालूम पड़ जाता है कि 20 सदस्यों का समूह है. इस गुट में 19 देश और यूरोपीय यूनियन शामिल है. जी20 मुख्य रूप से एक ग्लोबल इकोनॉमिक फोरम है, जिसके गठन में 1999 में किया गया था. जी20 में शामिल देश महत्वपूर्ण आर्थिक ताकतें हैं, जो दुनिया की आर्थिक नीतियों को शक्ल देते हैं.

जी20 की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया की कुल जीडीपी का 85 फीसदी हिस्सा इसके सदस्यों से आता है. दुनिया की दो तिहाई आबादी इसके सदस्य देशों में निवास करती है, जबकि विश्व व्यापार में इनका हिस्सा 75 फीसदी है. आइए इसके सदस्य देशों पर एक नजर डालते हैं। इसके सदस्य देशों में भारत के अलावा फ्रांस, चीन, कनाडा, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, अमेरिका, यूके, तुर्की, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, रूस, मैक्सिको, जापान, इटली, इंडोनेशिया तथा 20वें सदस्य के तौर पर यूरोपीय संघ शामिल है।