डिंडौरी राइस मिलर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है…आर्थिक अनियमितता बरतने पर ये कार्रवाई की गई है…इसके अलावा जिला प्रशासन की टीम ने राइस मिल, गोदाम और ऑफिस को भी सील कर दिया है…संचालक ने कहा कि, यह कार्रवाई राजनैतिक द्वेष के कारण हुई है…
ALSO READ-टिल्लू ताजपुरिया हत्या का मामला, CCTV वीडियो आने के बाद कार्रवाई

बता दे कि, जबलपुर-अमरकंटक राष्ट्रीय राजमार्ग कोहका में संचालित नर्मदा राइस मिल को मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कारपोरेशन से 300 लाट धान अनुबंध किया था…इसमें से राइस मिल संचालक रमेश राजपाल और ऋचा राजपाल ने 282 लाट धान का उठाव करवा लिया…222 लाट चावल 2 मई 2023 तक मध्यप्रदेश वेयरहाउस में जमा करवा दिया गया है…बाकी 60 लाट धान का सत्यापन ईओडब्ल्यू की टीम ने जिला प्रबंधक मुकुल त्रिपाठी, मैनेजर वेद प्रकाश श्याम, रमेश राजपाल के समक्ष किया गया…सत्यापन में कम मिले धान की कीमत तीन करोड़ तीन लाख दस हजार रुपए आंकी गई है