डबरा: पूर्व मंत्री इमरती देवी का विवादित बयान ‘मेरे पास सरकारी गाड़ी है, पुलिस है’ भोपाल-ग्वालियर में बंगला है: इमरती देवी मैं नहीं हारी, डबरा की जनता हारी है: देवी ‘मेरे पास अब भी लाव लश्कर और प्रशासन’ ‘किसी के कहने से काम नहीं करती, सेल्फ स्टार्ट हूं’
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सूबे की सियासत में अक्सर चर्चाओं में रहने वाली ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी एकबार फिर अपने बयानों के चलते सूर्खियों में आ गईं हैं। दरअसल इस बार इमरती देवी ने बड़े बोले बोलते हुए अपनी चुनावी हार की भड़ास निकाली है। इमरती देवी ने यह भड़ास गुरूवार शाम को ग्वालियर के डबरा में आयोजित विकास यात्रा को दौरान बयां की। इमरती देवी ने कहा कि चुनाव मैं नहीं बल्कि जनता हारी है। मेरे पास तो आज भी ग्वालियर और भोपाल में सरकारी बंगला,गाड़ी और पुलिस है। मंत्री का दर्जा भी है। लेकिन डबरा का विकास रूक गया है। मैं तो सेल्फ स्टार्ट हूं। बता दें इमरती देवी का यह बयान अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
इमरती देवी ने सिर्फ इतना ही नहीं कहा, बल्कि उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी और सिंधिया जी का आशीर्वाद है कि मुझे तो आज भी तनख्वाह मिल रही है। मंत्री का दर्जा भी है। लघु उद्योग विकास निगम में सरकारी गाड़ी भी है। अफसर मेरे आगे- पीछे घूमते हैं। प्रशासन भी मेरे साथ है। लेकिन आपको क्या मिला..तीन करोड़ रूपए में आपको न ही हैंडपंप मिला और न ही डीपी।
सिंधिया की बेहद करीबी मानी जाती हैं इमरती
बता दें इमरती देवी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेहद करीबी मानी जाती हैं। जब सिंधिया भाजपा में आए थे तब इमरती भी साथ- साथ आईं थीं। लेकिन उपचुनाव में डबरा से भाजपा की प्रत्याशी बनी इमरती अपने समधी से ही 7633 वोटों से चुनाव हार गईं थीं। जिसके बाद से कहा जाने लगा की इमरती देवी की सियासी डगर बेहद कठीन है। लेकिन सिंधिया के करीबी होने के नाते इमरती हार के बावजूद भी हासिए में जाने से बची हुई हैं। बता दें इमरती अपने बयानों को लेकर अक्सर सूर्खियां बोटरती रहती हैं।