चित्र : सीआरपीएफ के जवान वारदात स्थल पर गश्त करते हुए।
इंफाल। शुक्रवार करीब आधी रात को नाराणसेना क्षेत्र में कुकी उग्रवादियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान शहीद हो गए। मणिपुर पुलिस ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि सीआरपीएफ जवानों पर कुकी उग्रवादियों ने आधी रात से लेकर सुबह 2:15 बजे तक हमला किया।
शहीद राज्य के बिष्णुपुर जिले के नरंसेना क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ 128 बटालियन के जवान हैं। तो वहीं, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘आतंकवादियों ने शिविर को निशाना बनाकर पहाड़ियों की चोटी से अंधाधुंध गोलीबारी की। गोलीबारी रात करीब 12.30 बजे शुरू हुई और करीब 2.15 बजे तक जारी रही। आतंकवादियों ने बम भी फेंके, जिनमें से एक सीआरपीएफ की 128 बटालियन की चौकी पर फटा।’
बता दें कि पिछले साल मई से मणिपुर में इम्फाल घाटी स्थित मैतेई और समीपवर्ती पहाड़ियों पर स्थित कुकी लोगों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। पिछले सप्ताह जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर के कांगपोकपी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर एक पुल आईईडी विस्फोट में आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।
इम्फाल पश्चिम जिले में दो युद्धरत समुदायों के ग्राम स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी शुरू होने के कुछ घंटों बाद आईईडी विस्फोट हुआ। गौर करने वाली बात ये है कि कुकी ने उसी दिन हमला किया जिस दिन राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए थे।
आठ जिलों के 13 विधानसभा क्षेत्रों में 857 मतदान केंद्रों पर मतदान चल रहा था। मणिपुर में शाम 5 बजे तक 76.06% मतदान हुआ। बाहरी मणिपुर लोकसभा क्षेत्र के पंद्रह विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ संपूर्ण आंतरिक मणिपुर सीट पर भी 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान हुआ था।
इस बीच आउटर मणिपुर में चार उम्मीदवार मैदान में हैं। एनपीएफ के के टिमोथी जिमिक, कांग्रेस के अल्फ्रेड कन्नगम आर्थर और निर्दलीय एस खो जॉन और एलिसन अबोनमई। बीजेपी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है और वह अपने सहयोगी नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का समर्थन कर रही है। साल 2019 के चुनावों में एनपीएफ विजयी हुई और उसने भाजपा को 73,782 मतों के अंतर से हराया।