राजू पाल हत्याकांड के चश्मदीद उमेश पाल व उनके गनर की हत्या की वारदात 50 से भी कम सेकंड में हत्यारों ने अंजाम दी और भाग निकले। यह पूरी घटना किस तरह से छह हमलावरों ने मिलकर अंजाम दी यह सब सीसीटीवी में दर्ज है। यह पूरी वारदात जिस तरह से अंजाम दी गई उसे देखकर यही लगता है यह घटना सुनियोजित थी। हैरान करने वाली बात है कि एक बदमाश तो सिर्फ बम फेंकने के लिए आया था.

एक बदमाश लगातार चलाता रहा बम
वारदात के दौरान एक बदमाश लगातार बम चलाता रहा। यह बदमाश बाइक पर अपने एक अन्य साथी संग आया था। इसने सफेद रंग की शर्ट पहन रखी थी और बम झोले या पॉलीथीन जैसी चीज में रखे हुए था।
यह और उसका साथी लाल रंग की बाइक पर सवार होकर घटनास्थल पर पहुंचे थे। यह बम लिए हुए था तो बाइक चलाकर आए इसके साथी ने पिस्टल ली हुई थी और उसने हेलमेट भी पहन रखा था।उमेश को जैसे ही पहली गोली मारी गई, बाइक पर पीछे बैठकर पहुंचे बदमाश ने नीचे उतरकर बम चलाना शुरू कर दिया। पहला बम उमेश की गाड़ी पर दाहिनी ओर लगा। जिसमें उधर से उतर रहा दूसरा गनर संदीप निषाद चोटिल हुआ।जैसे ही उमेश बचने के लिए भीतर भागे तो यह बदमाश गाड़ी के पास पहुंचकर बम फोड़ने लगा। इसी दौरान गाड़ी के पास घायल गनर राघवेंद्र जान बचाने के लिए भीतर भागा तो इसी बदमाश ने उस पर पीछे से हमला किया। जिसमें बम लगते ही वह जमीन पर गिरकर अचेत हो गया।
सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि हमलावर छह थे जिनमें से दो बाइक, दो कार जबकि, शेष दो अन्य किसी वाहन से आए थे। इनमें से बाइक सवार आगे-आगे चल रहे थे, जबकि ठीक पीछे कार में उनके दो साथी थे।इसके अलावा घटना में शामिल दो बदमाश किस वाहन से आए थे, इसका पता इसलिए नहीं चला क्योंकि उमेश की गाड़ी के पास वह पैदल ही पहुंचे थे। इन्हीं में से एक बदमाश ने उमेश पर सबसे पहली गोली दागी।

इसके बाद जब उमेश जान बचाने के लिए भागे तो नीली कलर की हाफ जैकेट व सफेद टोपी पहने हुए बदमाश गोलियां दागते हुए उमेश के पीछे घर में घुस गया। इसके बाद कार से उतरे दो बदमाशों में से एक ने घर में घुसकर उमेश पर गोलियां बरसाईं तो दूसरे ने कार के पास ही बंदूक दिखाकर राहगीरों को आगे बढ़ने से रोक दिया।उधर, बाइक सवार दो बदमाशों में से एक ने बम बरसाए। जबकि, हेलमेट पहने दूसरे बदमाश ने उमेश की गाड़ी पर एक के बाद एक कई गोलियां दागीं। एक खास बात यह रही कि इससे पहले जैसे कार सवार दो बदमाश नीचे उतरे, कार आगे बढ़ गई।