भाजपा देश में लगभग 160 लोकसभा सीटों पर विशेष फोकस कर रही है… यह वह सीटें हैं जिन पर पिछले लोकसभा चुनाव में उसे हार मिली थी… इनमें छिंदवाड़ा लोकसभा सीट भी शामिल है…
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छिंदवाड़ा में कमलनाथ को पराजित करना आसान नहीं है… 1997 में भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा.. कमलनाथ को छिंदवाड़ा से हरा चुके हैं… लेकिन कमलनाथ ने इस हार का बदला अगले ही वर्ष ले लिया था… भाजपा की नजर कमलनाथ की इस सीट पर है… इसलिए सीएम शिवराज सिंह , प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का छिंदवाड़ा दौरा हो चुका है…गृह मंत्री अमित शाह भी 25 मार्च को छिंदवाड़ा पहुंच रहे हैं… छिंदवाड़ा के लिए केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अलग रणनीति बनाई है…
छिंदवाड़ा लोकसभा की सभी 7 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस जीती है… यही एक एकमात्र लोकसभा सीट कांग्रेस के कब्जे में है… छिंदवाड़ा महापौर भी कांग्रेस का है और स्थानीय निकाय में भी कांग्रेस का पलड़ा भारी है…. ऐसे में क्या भाजपा कमलनाथ की किले में सेंध लगा पाएगी…. और भाजपा को रोकने के लिए कमलनाथ क्या करेंगे… यह जानने की कोशिश करते हैं लेकिन पहले देखिए यह रिपोर्ट.