केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 10 और 11 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश का दौरा करेंगे। इस दौरान वह भारत-चीन सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के एक गांव किबिथू में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ की शुरुआत करेंगे।
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गृहमंत्री की इस दो दिवसीय यात्रा का चीन ने विरोध किया है।चीन के व विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक सवाल के जवाब में यह प्रतिक्रिया दी है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि अमित शाह की ‘चीनी क्षेत्र’ की यात्रा ने बीजिंग की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन किया है। चीन इसका विरोध करता है क्योंकि जंगनान का इलाका चीन का क्षेत्र है।

बता दें कि बीते साल 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़क की घटना हुई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस झड़प में 20 से अधिक चीनी सैनिक घायल हुए थे। इससे पहले अक्टूबर 2021 में अरुणाचल प्रदेश के यांगसे में भी दोनों देशों के सैनिकों में विवाद हुआ था।

इसी महीने चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 जगहों का नाम बदल दिया है। उसने ये नाम चीनी, तिब्बती और पिनयिन भाषाओं में जारी किया है। 2017 और 2021 में भी चीन ने 6 और 15 जगहों का नाम बदला था। चीन के इस दुस्साहस के बाद गृहमंत्री का दौरा बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है।