जहां एक तरफ अखिलेश यादव पार्टी पदाधिकारियों की घोषणा कर सपाई कुनबे को बड़ा करने का लगातार प्रयास कर रहे वही उनकी ही पार्टी के नेता कही न कही कुछ ऐसा देते है .
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जिससे पार्टी की फजीहत और सपा की किरकिरी होना शुरू हो जाती है। मामला यूपी के बाराबंकी का है। दरअसल सपा नेतृत्व द्वारा अपने आनुसंगिक संगठनों का विस्तार करते हुए पार्ट पदाधिकारियों की चुन चुन कर घोषणा की जा रही है, लेकिन अब उसमे बड़ी चूक उजागर हुई है, दरअसल जनपद के पूरे डलई ब्लॉक के रहने वाले इंद्रजीत उर्फ रामप्रकाश को ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया, जबकि उक्त सपा नेता की मृत्यु आज से लगभग ढाई साल पहले कोविड के कारण हो चुकी है, जिसकी पुष्टि मृतक सपा नेता के भाई ने अनादि टीवी से टेलीफोनिक वार्ता के दौरान की( रिकॉर्डिंग संलग्न)

वही इस पूरे मामले को लेकर जब जिलाध्यक्ष सपा हाफिज अयाज़ का पक्ष जानने की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से इंकार कर दिया किंतु यह जरूर बताया कि उक्त त्रुटि कंप्यूटर ऑपरेटर से हुई है, हाफिज अयाज़ के अनुसार पार्टी नेतृत्व के समक्ष प्रस्तुत की जाने वाली सूची को अद्यावधिक कराया गया लेकिन ऑपरेटर के द्वारा पुरानी सूची को ही प्रिंट कर दिया गया, जिस कारण इस सूची पर उक्त नाम का अनुमोदन हो गया है।जिलाध्यक्ष हाफिज अयाज़ ने बाकायदा इस पत्र को अपने फेसबुक सोशल मीडिया प्लेटफार्म से प्रसारित भी किया गया है, जिसपर राजेंद्र वर्मा नामक यूजर ने कटाक्ष भी किया कि “जिला अध्यक्ष जी मृतक ब्लॉक अध्यक्ष को भी जिंदा रखने की कूवत रखते हैं।
कुल मिलाकर सोशल मीडिया पर इस मामले को जमकर तूल दिया जा रहा, वही मृतक सपा नेता का भाई भी फोन कॉल्स से बहुत परेशान है, उनका कहना है जबसे सूची जारी हुई तब से बहुत फोन आ रहे है, अब देखने वाली बात यह होगी की सपा मुखिया अखिलेश यादव इस प्रकार की त्रुटि का कब संज्ञान लेते है और आगे क्या कार्यवाही करते है। विशेष: पार्टी का कोई भी पदाधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, किंतु ख़बर बहुत बड़ी है,
REPORT BY
NITESH MISHRA
BARABANKI